मै ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया!
I followed the path of my life.
हर फ़िक्र को धुएं में उढ़ाता चला गया!
I burned everything that bothered me1
हर फ़िक्र को धुएं में उढ़ा...
I let go my worries with the smoke...
बर्बादीयों का शोक मनाना फ़ज़ूल था!
It was futile to regret my loses,
बर्बादीयों का शोक मनाना फ़ज़ूल था, मनाना फ़ज़ूल था, मनाना फ़ज़ूल था!
It was futile, yes it was.
बर्बादीयों का जश्न मनाता चला गया।
So I kept myself ignorant2
बर्बादीयों का जश्न मनाता चला गया।
So I kept myself ignorant.
हर फ़िक्र को धुएं में उढ़ा...
I let my worries go with the smoke...
जो मिल गया उसी को मुकद्दर समज लिया,
Whatever I got, I considered it fate,
जो मिल गया उसी को मुकद्दर समज लिया, मुकद्दर समज लिया, मुकद्दर समज लिया!
Considered it fate, is what I did.
जो खो गया, मै उसको भुलाता चला गया।
And whatever I lost, I chose to forget it.
जो खो गया, मै उसको भुलाता चला गया।
Whatever I lost, I chose to forget.
हर फ़िक्र को धुएं में उढ़ा...
I let my worries go with the smoke...
ग़म और खुशी में फ़र्क न महसूस हो जहाँ,
And at the point one can't distinguish between joy and sorrow,
ग़म और खुशी में फ़र्क न महसूस हो जहाँ, न महसूस हो जहाँ, न महसूस हो जहाँ,
I tried, yes I did.
मै दिल को उस मुकाम पर लाता चला गया।
I tried to keep myself at that point.
मै दिल को उस मुकाम पर लाता चला गया।
I tried to keep myself at that point.
हर फ़िक्र को धुएं में उढ़ा...
I let my worries go with smoke...